रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के बीच कानपुर में रिफाइंड तेल के दामों में तेजी आ गई है। बताया जा रहा है कि थोक व्रिकेताओं ने अचानक ही रिफाइंड तेल के दामों में वृद्धि कर दी है। इसको लेकर हल्ला मचा तो डीएम के पास भी मामला जानकारी में आया। डीएम ने तुरंत एक्शन लेते हुए हर जोन में अधिकारियों की टीम गठित कर दी है। यह टीमें न केवल दुकानों की जांच करेंगी बल्कि यह भी देखेंगी कि कहीं अधिक दाम न वसूले जाएं।
20 रुपए प्रति लीटर तक बढ़े रेट
पहले फार्च्यून रिफाइंड का पैकेट 143 रुपए प्रति लीटर थोक में था, लेकिन थोक में भी 163 रुपए प्रति लीटर तक बिक्री शुरू हो गई। वहीं फुटकर दुकानदार भी 170 से 180 रुपए तक बेचने लगे। इसी इसी प्रकार अन्य ब्रांड के रिफाइंड तेलों में वृद्धि की गई है। बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग को लेकर मुनाफाखोरों ने भी अवसर तलाश लिए हैं। सोशल मीडिया पर इस बात की खबर उड़ी कि थोक विक्रेताओं ने रिफाइंड तेल के दामों में बढ़ोत्तरी कर दी है। थोक विक्रेताओं ने दाम बढ़ाए तो फुटकर विक्रेताओं ने भी रिफाइंड तेल के रेट बढ़ा दिए।
GST और खाद्य विभाग की टीमें
डीएम ने GST और खाद्य विभाग के अफसरों की टीमों का गठन कर दिया है। 7 टीमों का गठित कर निर्देश दिए गए हैं कि सभी खाद्य दुकानों की जांच करें और यह देखें कि ग्राहकों को अधिक दाम पर वस्तुएं न बेची जाएं। अगर किसी खाद्य वस्तु को ज्यादा दाम पर बेचते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
व्यापारियों ने किया विरोध
मामले को लेकर व्यापारियों में विरोध भी शुरू हो गया है। व्यापारी नेता ज्ञानेश मिश्र ने कहा कि रिफाइंड आदि की कीमतें पूरे देश की बाजारों से निर्धारित होती हैं। इन बढ़ी कीमतों को नियंत्रित होना चाहिए, लेकिन इस आदेश की आड़ में व्यापारियों व उद्यमियों का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। व्यापारियों का अगर उत्पीड़न हुआ तो विरोध किया जाएगा।