सहारनपुर, 19 मई । पंजाब के कारोबारी सहित कईयों को सोना बताकर पीतल थमा उनसे सोने-चांदी के जेवरात ठगने वाले तीन आरोपियों को जनकपुरी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से कारोबारियों से ठगा गया सोना भी बरामद हुआ। खास बात यह है कि इस गोरखधंधे को चलाने वाला खुद भी सुनार है।
एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह ने शनिवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में बताया कि पंजाब के अमृतसर के तरणतारण मार्ग निवासी सोना-चांदी का कारोबार करने वाले चरणजीत सिंह ने जनकपुरी थाने में 12 मई को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि एक ठग उन्हें लिंक रोड बेरीबाग स्थित एक घर में बुलाकर असली सोना देने के नाम पर उन्हें पीतल थमा उनसे सोने के बने आभूषण लेकर फरार हो गया है, जिसने अपना नाम दीपक जैन बताया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी में मुकदमा दर्ज किया। जांच पड़ताल शुरू हुई तो पुलिस को पता चला कि कस्बा रामपुर में भी सुनार साउद राणा से इसी तरह एक कमरे में बुलाकर उससे भी 70 ग्राम सोने की ठगी कर ली गई। जिसका मुकदमा थाना रामपुर में दर्ज है। एसपी सिटी ने बताया कि थाना जनकपुरी पुलिस ने सर्विलांस टीम के साथ मिलकर शनिवार को प्रवीण वर्मा उर्फ दीपक जैन पुत्र जनेश्वर वर्मा निवासी कुरडी थाना देवबंद हाल निवासी सोना अर्जुनपुर थाना नानौता उसके साले शुभम वर्मा पुत्र मांगेराम वर्मा निवासी संबलहेड़ी थाना रामपुर और एक साथी मोहित वर्मा पुत्र सुभाष वर्मा को गिरफ्तार किया। इनके पास से करीब 05 लाख कीमत का पंजाब के कारोबारी चरणजीत सिंह से ठगा गया सोना व पीतल की टिकियां भी बरामद हुई।
इनका एक साथी अभी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। पूछताछ में पकड़े गए मास्टरमाइंड प्रवीण वर्मा ने पुलिस को बताया कि वह कच्चे सोने का लालच देकर कारोबारियों से संपर्क कर उन्हें बदले में सोने के आभूषण लेने की बात कह कर बुलाते हैं और फिर उनसे असली सोने के आभूषण लेकर पीतल की टिकियां थमा कर फरार हो जाते हैं जो देखने में असली सोने जैसी ही प्रतीत होती है। आरोपी ने दोनों कारोबारियों से ठगी किया जाना भी स्वीकार किया। पकड़े गए गिरोह ने रामपुर कस्बा निवासी राकेश सैनी से भी ठगी की जो शहर के सर्राफा बाजार में दुकान करता है। राकेश सैनी के मुताबिक इसी गिरोह ने उन्हें भी एक जगह बुलाकर 135 ग्राम सोना व 8 किलो चांदी लेकर बदले में 50 हजार थमा बाकी रकम लाकर देने की बात कह फरार हो गए थे। प्रेस वार्ता में मौजूद राकेश सैनी ने भी ठगों की शिनाख्त की।
पकड़ा गया मास्टरमाइंड गूगल पर सर्राफा कारोबारियों के मोबाइल नंबर निकाल कर फोन पर उनसे संपर्क करता है और फिर थोक कारोबारी को कच्चा माल देकर असली सोने के आभूषण साथ लाने को कहता है और फिर उनसे ठगी कर ली जाती है। कारोबारियों को ठगी का शिकार बनाने के लिए उन्हें कच्चा माल देने का झांसा दिया जाता है। गिरोह पीतल की टिकियों में एक ऐसा एसिड मिलाता है जिससे पीतल की चमक बिल्कुल सोने जैसी लगती है और पहले दूर से ही कारोबारी को वह टिकिया दिखा लालच में फंसा लिया जाता है और फिर उनसे असली सोने के आभूषण लेकर पीतल थमा गिरोह रफूचक्कर हो जाता है।