मिसेज रॉयल क्वीन और मिज रॉयल प्रिंसेज इंडिया 2018, सीजन टू की भारी सफलता के बाद आज इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में एक हाउस फुल शो का आयोजन हुआ। 12 नवंबर 2018 के कार्यक्रम के बाद आज का कार्यक्रम इस्लामी सांस्कृतिक केंद्र के सुंदर वातावरण में संपन्न हुआ। इससे शाही आयोजनों की श्रृंखला का इतिहास बन गया है। इसमें समाज के भिन्न वर्गों की महिलाओं और लड़कियों ने हिस्सा लिया।
राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम में आधुनिकता का मेल भारतीय संस्कृति और महिला सशक्तिकरण से कराया गया। विषय था, मुगलों, मराठों, सिखों, राजपूतों आदि की रॉयल्टी। इसमें ज्यादातर राजकुमारियों,रानियों, महारानियों ने सजने और सुंदर दिखने के अपने शौक का प्रदर्शन किया। रानियां अगर अपने पतियों के लिए सजी थीं तो राजकुमारियां अपने भावी पति का ध्यान आकर्षित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ परिधान में थीं।
आज के समय में भी विवाहित महिलाएं अपने पतियों की रानी हैं और कुंवारी लड़कियां अपने पिता की राजकुमारी। ये कई तरह के काम करती हैं और भिन्न भूमिका निभाती हैं। ये अच्छा दिखना और शाही महसूस करना चाहती हैं।
जयपुर की महारानी गायत्री देवी और उनकी मां इंदिरा देवी जो “फेरागामो” की संरक्षक है को जेवरों का शौक था और वे रत्न जड़ित जूतियां पहनती थीं। उनकी ड्रेस सेंस भी बहुत ही खास और अलग थी तथा यह फैशन के शौकीनों के लिए बहुत बढ़िया उदाहरण है। यही नहीं, उनसे ज्यादा उनके पति शाही जीवन के शौरीन थे और अपनी शाही पत्नी को चमकते हुए जेवरों तथा तथा दुल्हन के शाही परिधानों में देखना पसंद करते थे।
जेवर और दुल्हन के उनके परिधानों का संग्रह इतना विशाल था कि इसमें आप जो भी जेवर सोच सकते हैं वह सब इसमें शामिल था। इसी कारण वे हमेशा सुंदर जेवर और परिधानों में देखी जाती थीं और उन्हें देखने वाले इनकी प्रशंसा से खुद को रोक नहीं पाते थे। यह सब हमारे भारतीय विरासत से प्रेरित है।
पूरी फैशन पैशन टीम के लिए विशेष शुक्रिया, मुख्य अतिथि डॉ उदित राज, सांसद, बॉलीवुड सेलीब्रिटी सलमा आगा, माननीय श्रीमती सीमा राज, श्रीमती रतन कौल, शो डायरेक्टर कौशिक घोष, आयोजन निदेशक और शो की मेजबान कीर्ति राठौर, तथा चेहरा शो स्टॉपर गुंजन सोढ़ी, सुश्री नमिता चड्ढा, श्रीमती अमयरा प्रीत घई, सुमिता दास, आशमा खन्ना सचदेव, डॉ शरद कोहली जूरी सभी सदस्य विशेष मेहमान |