भारत और इंडोनेशिया के राजनयिक संबंधों के 70 साल पर खादी फैशन शो का आयोजन

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नई दिल्ली: भारत और इंडोनेशिया के राजनयिक संबंधों के 70 साल (1949-2019) पूरे होने और महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाने के लिए इंडोनेशिया गणराज्य के दूतावास और आईएमखादी द्वारा इंडोनेशिया एम्बेसी में बाटिक और खादी फैशन शो का आयोजन किया गया। भारत की प्रसिद्ध फैशन डिज़ाइनर रितु बेरी और इंडोनेशिया की आर्टी इस्रान, हेंड्री बुदिमन और कारमानीता जैसे स्टार डिज़ाइनरों ने अपने-अपने कलेक्शन में खादी और बाटिक का संयोजन प्रदर्शित किया।

बाटिक और खादी अपने अतीत और इतिहास को साझा करते हैं और यही एक कारण हो सकता है कि दोनों एक साथ इतने अच्छे से संयोजित होते हैं। बाटिक इंडोनेशिया में उत्पन्न हुआ और इसकी संस्कृति का प्रतीक है। जहां खादी की उत्पत्ति भारत में हुई और इसे भारतीय राष्ट्रीय परिधान कहा जाता है। बाटिक एक विधि है (मूल रूप से जावा में उपयोग की जाती है), जिसमें रंगाई करके रंगीन डिजाइनों का निर्माण किया जाता है। इस विधि में कपड़े के जिस हिस्से की रंगाई नहीं करनी होती, वहां वैक्स लगा दिया जाता है। इसी तरह खादी हाथों से सूत बनाने और फिर हाथ से कपड़ा बुनने की एक व्यापक प्रक्रिया है। दो अलग-अलग संस्कृतियों से उत्पन्न होने के बावजूद दोनों विधि एक दूसरे के साथ संयोजित हो जाती है। दोनों ही विधि पारंपरिक है और हाथों के इस्तेमाल से पूर्ण होती है।

बाटिक एंड खादी फैशन शो का आगाज भारत की मशहूर फैशन डिजाइनर रितु बेरी के कंटेम्पररी एंड ट्रेडिशनल खादी कलेक्शन के साथ हुआ। इस शो में इंडोनेशियाई डिजाइनर आर्टि इस्रावन ने खादी के परिधानों पर क्लासिकल बाटिक पैटर्न के साथ पेश किया और प्रसिद्ध डिजाइनर हेंड्री बुदिमान ने खादी के परिधानों पर कंटेम्पररी बाटिक पैटर्न के साथ अपना शानदार कलेक्शन रैंप पर उतारा। बाटिक और खादी की संस्कृति और इसकी भव्यता से दर्शकों को रूबरू कराने वाले इस शो का अंत इंडोनेशिया की सेलिब्रिटी फैशन डिजाइनर कारमानीता द्वारा साड़ी पर उत्तम बाटिक पैटर्न के प्रदर्शन के साथ हुआ।

भारत में इंडोनेशिया के राजदूत, सिद्धार्थो रेजा सूर्योदिपुरो ने इस अवसर पर कहा, “इस फैशन शो के द्वारा ना केवल दोनों देशों के मजबूत सांस्कृतिक और सामाजिक बंधन का प्रदर्शन किया है, बल्कि बटिक और खादी को बढ़ावा भी दिया है। इस माध्यम से हम भारत के साथ-साथ इंडोनेशिया में भी ग्रामीणों के लिए महत्वपूर्ण रोजगार और व्यवसाय के अवसरों को खोल सकते हैं। यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर कई गुना प्रभाव डाल सकता है और दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने में योगदान कर सकता है।”यश आर्य, संस्थापक, आईएमखादी ने कहा, “इस फैशन शो के माध्यम से खरीदार और विक्रेता एक दूसरे से जुड़े हैं। फैशन शो के माध्यम से हमने उद्योग में एक उत्तम दर्जे के परिधान (बाटिक और खादी) की क्षमता को दिखाने की कोशिश की है। बाटिक और खादी कलेक्शन दोनों देशों में लोकप्रिय हो रहे हैं। इससे प्रेरणा लेते हुए हम आगे भी अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के कार्यक्रम करते रहेंगे।”

भारत और इंडोनेशिया के राजनयिक संबंधों के 70 साल पर बाटिक और खादी फैशन शो का आयोजन

नई दिल्ली: भारत और इंडोनेशिया के राजनयिक संबंधों के 70 साल (1949-2019) पूरे होने और महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाने के लिए इंडोनेशिया गणराज्य के दूतावास और आईएमखादी द्वारा इंडोनेशिया एम्बेसी में बाटिक और खादी फैशन शो का आयोजन किया गया। भारत की प्रसिद्ध फैशन डिज़ाइनर रितु बेरी और इंडोनेशिया की आर्टी इस्रान, हेंड्री बुदिमन और कारमानीता जैसे स्टार डिज़ाइनरों ने अपने-अपने कलेक्शन में खादी और बाटिक का संयोजन प्रदर्शित किया।

बाटिक और खादी अपने अतीत और इतिहास को साझा करते हैं और यही एक कारण हो सकता है कि दोनों एक साथ इतने अच्छे से संयोजित होते हैं। बाटिक इंडोनेशिया में उत्पन्न हुआ और इसकी संस्कृति का प्रतीक है। जहां खादी की उत्पत्ति भारत में हुई और इसे भारतीय राष्ट्रीय परिधान कहा जाता है। बाटिक एक विधि है (मूल रूप से जावा में उपयोग की जाती है), जिसमें रंगाई करके रंगीन डिजाइनों का निर्माण किया जाता है। इस विधि में कपड़े के जिस हिस्से की रंगाई नहीं करनी होती, वहां वैक्स लगा दिया जाता है। इसी तरह खादी हाथों से सूत बनाने और फिर हाथ से कपड़ा बुनने की एक व्यापक प्रक्रिया है। दो अलग-अलग संस्कृतियों से उत्पन्न होने के बावजूद दोनों विधि एक दूसरे के साथ संयोजित हो जाती है। दोनों ही विधि पारंपरिक है और हाथों के इस्तेमाल से पूर्ण होती है।

बाटिक एंड खादी फैशन शो का आगाज भारत की मशहूर फैशन डिजाइनर रितु बेरी के कंटेम्पररी एंड ट्रेडिशनल खादी कलेक्शन के साथ हुआ। इस शो में इंडोनेशियाई डिजाइनर आर्टि इस्रावन ने खादी के परिधानों पर क्लासिकल बाटिक पैटर्न के साथ पेश किया और प्रसिद्ध डिजाइनर हेंड्री बुदिमान ने खादी के परिधानों पर कंटेम्पररी बाटिक पैटर्न के साथ अपना शानदार कलेक्शन रैंप पर उतारा। बाटिक और खादी की संस्कृति और इसकी भव्यता से दर्शकों को रूबरू कराने वाले इस शो का अंत इंडोनेशिया की सेलिब्रिटी फैशन डिजाइनर कारमानीता द्वारा साड़ी पर उत्तम बाटिक पैटर्न के प्रदर्शन के साथ हुआ।

भारत में इंडोनेशिया के राजदूत, सिद्धार्थो रेजा सूर्योदिपुरो ने इस अवसर पर कहा, “इस फैशन शो के द्वारा ना केवल दोनों देशों के मजबूत सांस्कृतिक और सामाजिक बंधन का प्रदर्शन किया है, बल्कि बटिक और खादी को बढ़ावा भी दिया है। इस माध्यम से हम भारत के साथ-साथ इंडोनेशिया में भी ग्रामीणों के लिए महत्वपूर्ण रोजगार और व्यवसाय के अवसरों को खोल सकते हैं। यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर कई गुना प्रभाव डाल सकता है और दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने में योगदान कर सकता है।”

यश आर्य, संस्थापक, आईएमखादी ने कहा, “इस फैशन शो के माध्यम से खरीदार और विक्रेता एक दूसरे से जुड़े हैं। फैशन शो के माध्यम से हमने उद्योग में एक उत्तम दर्जे के परिधान (बाटिक और खादी) की क्षमता को दिखाने की कोशिश की है। बाटिक और खादी कलेक्शन दोनों देशों में लोकप्रिय हो रहे हैं। इससे प्रेरणा लेते हुए हम आगे भी अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के कार्यक्रम करते रहेंगे।”

इंडोनेशिया गणराज्य के दूतावास ने दोनों देशों के बीच 70 साल के राजनयिक संबंधों को मनाने के लिए भारत में कई कार्यक्रमों की शुरुआत की है। हाल ही में, दस्तकारी हाट शिल्प बाजार के 33वें संस्करण के अवसर पर दिल्ली हाट में 15 दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस दौरान इंडोनेशियाई कलाकारों द्वारा क्राफ्ट एंड स्किल एक्सचेंज प्रोग्राम और बाटिक और पॉटरी कार्यशाला का आयोजन किया गया था।

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