पाकिस्तान टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बन गई है। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में बुधवार को खेले गए सेमीफाइनल में 153 का टारगेट चेज कर रही पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हरा दिया।
पाकिस्तान 13 साल बाद टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा है। पाकिस्तानी टीम 2007 में खेले गए पहले टी-20 वर्ल्ड कप में फाइनल पहुंची थी पर जीती नहीं। आखिरी बार वह 2009 में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप में फाइनल पहुंची थी और खिताब भी जीता था।
आज खेले गए सेमीफाइनल में ओपनर बाबर आजम (53 रन) और मोहम्मद रिजवान (57 रन) ने ताबड़तोड़ बैटिंग की। दोनों ने 105 रन की ओपनिंग साझेदारी की। पूरे टूर्नामेंट में दोनों की ओपनिंग पर सवाल उठ रहे थे। पाकिस्तान की ओर से शाहीन शाह अफरीदी ने शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 24 रन देकर 2 विकेट लिए।
न्यूजीलैंड की सबसे बड़ी गलती, बाबर का कैच छोड़ा
न्यूजीलैंड को पहले ओवर में की गई गलती भारी पड़ी। जब बोल्ट की दूसरी गेंद पर न्यूजीलैंड के विकेट कीपर डेवोन कॉनवे ने बाबर का कैच छोड़ दिया। तब बाबर आजम का खाता भी नहीं खुला था।
न्यूजीलैंड जब बल्लेबाजी कर रहा था, तब उसने पावर प्ले की आखिरी गेंद पर यानी छठे ओवर की आखिरी गेंद पर विकेट खो दिया। विकेट था विस्फोटक डेवोन कॉन्वे का। शादाब ने डायरेक्ट हिट पर उन्हें रनआउट कर दिया। पावर प्ले में 2 विकेट खोने के बाद न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी धीमी हो गई। अगर एक रन के लालच में कॉन्वे अपना विकेट नहीं देते तो फाइनल स्कोर में 20-30 रन और बढ़ सकते थे और मैच का नतीजा भी बदल सकता था।
दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन
पाकिस्तान: बाबर आजम (कप्तान) मोहम्मद रिजवान, मोहम्मद हारिस, शान मसूद, इफ्तिखार अहमद, शादाब खान, मोहम्मद नवाज, मोहम्मद वसीम जूनियर, शाहीन अफरीदी, हारिस रऊफ और नसीम शाह।
न्यूजीलैंड: केन विलियमसन (कप्तान), डेवोन कॉनवे, फिन एलन, ग्लेन फिलिप्स, जेम्स नीशम, डेरिल मिचेल, मिचेल सैंटनर, ईश सोढ़ी, टिम साउदी, लॉकी फर्ग्युसन और ट्रेंट बोल्ट।