कानपुर में मिठाई की दुकान में आग लगने से 2 की मौत, 11 ने भागकर बचाई जान

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कानपुर के काहूकोठी क्षेत्र स्थित राजकिशोर स्वीट हाउस के कारखाने में शुक्रवार देर रात करीब 2:30 बजे आग लग गई। कारखाने में सो रहे कर्मचारी आग में फंस गए। पुलिस और पड़ोसियों ने उन्हें किसी तरह छत से बाहर निकाला। लेकिन एक मूक-बधिर कर्मचारी खुद को बचाने के लिए चिल्ला नहीं सका। वहीं उसके दूसरे साथी की भी आग की चपेट में आने से जिंदा जलकर मौत हो गई। जबकि एक कर्मचारी ने छत से कूदकर अपनी जान बचाई। जिसे इलाज के लिए पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अग्निकांड के 45 मिनट बाद पहुंच सकी फायर ब्रिगेड
डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि कलक्टरगंज थानाक्षेत्र के काहूकोठी में एक स्वीट हाउस है। ग्राउंड फ्लोर पर दुकान और पहली व दूसरी मंजिल पर कारखाना व गोदाम बना हुआ है। रोज की तरह शुक्रवार रात को 13 कर्मचारी काम करने के बाद गोदाम में सो गए थे। देर रात करीब 2:30 बजे दुकान में आग लग गई और देखते ही देखते गोदाम समेत पूरी बिल्डिंग आग में घिर गई। सूचना पर पहुंची कलक्टरगंज थाने की पुलिस और लोगों ने आग में फंसे करीब 10 कर्मचारियों को छत से निकाला।

लेकिन अतरौली बीरपुर संडीला हरदोई निवासी मूक-बधिर कर्मचारी श्यामनाथ कश्यप (22) बचाने के लिए चीख नहीं सका और उसकी जिंदा जलकर मौत हो गई। जबकि दूसरे कर्मचारी बस्ती के इटई खजुरी निवासी शनि प्रजापति (23) भी आग की चपेट में आने से दम तोड़ दिया। इसके साथ ही चकेरी शिवकटरा निवासी मोहित ने पहली मंजिल से कूदकर अपनी जान बचाई। इलाके के लोगों ने बताया कि अग्निकांड के 45 मिनट बाद फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची।

शक्कर, तेल और डीजल से धधकी आग
मिठाई कारीगरों ने बताया कि कारखाने में भारी मात्रा में घी, शक्कर और डीजल रखा हुआ था। आग कारखाने तक पहुंचते ही एकदम से धधक उठी और सभी कर्मचारी आग में फंस गए। इसके चलते कोई भाग नहीं सका। पुलिस व स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत कर पीछे के रास्ते, छत और छज्जे से कारीगरों की जान बचाई।

शक्कर, तेल और डीजल से धधकी आग
मिठाई कारीगरों ने बताया कि कारखाने में भारी मात्रा में घी, शक्कर और डीजल रखा हुआ था। आग कारखाने तक पहुंचते ही एकदम से धधक उठी और सभी कर्मचारी आग में फंस गए। इसके चलते कोई भाग नहीं सका। पुलिस व स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत कर पीछे के रास्ते, छत और छज्जे से कारीगरों की जान बचाई।

मानकों को ताक पर रखकर खड़ा कर दिया था दुकान और गोदाम
कार्यवाहक सीएफओ कैलाश चंद्रा ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि शॉर्ट सर्किट से मिठाई की दुकान में आग लगी थी। मोहल्ले में ही रहने वाले मालिक बनवारी लाल गुप्ता मानकों को ताक पर रखकर स्वीट हाउस और कारखाना चला रहे थे। इसी के चलते कर्मचारियों की आग में फंसकर मौत हुई है। कारखाने में आग बुझाने का कोई भी प्रबंध नहीं था। कारखाने से बाहर आने के लिए सिर्फ एक रास्ता था, जो बेहद सकरा था। इसी के चलते हादसा हुआ है।

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