रूसी हमले के बाद यूक्रेन में जारी संकट के बीच भारतीयों को वहां से निकालने की कोशिश जारी है. यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने शुक्रवार, 25 फरवरी को एक नई एडवाइजरी जारी की है. इसके तहत भारतीयों को रोमानिया और हंगरी सीमा से निकालने की तैयारी है. इसके लिए दोनों देशों की सीमाओं पर चेकप्वाइंट्स बनाए गए हैं. हंगरी और रोमानिया, यूक्रेन के पश्चिमी-दक्षिणी सीमा पर हैं. दूतावास ने कहा है कि इन बॉर्डर चेकप्वाइंट्स के नजदीक रहने वाले भारतीय नागरिक, खासकर छात्र सबसे पहले वापस आने के लिए निकलें. इसके लिए उन्हें विदेश मंत्रालय की टीम के साथ कोऑर्डिनेट करने की सलाह दी गई है.
दूतावास ने बयान जारी कर कहा,
“इस मुश्किल स्थिति में भारतीय दूतावास भारतीयों से अनुरोध करता है कि वे मजबूत, सुरक्षित और अलर्ट रहें. दूतावास यूक्रेन में रह रहे भारतीय समुदाय की मदद के लिए 24 घंटे काम कर रहा है. भारत सरकार और भारतीय दूतावास रोमानिया और हंगरी से इवेक्वेशन रूट बनाने पर काम कर रहे हैं.”
नई एडवाइजरी में जिन दो चेकप्वाइंट्स से भारतीयों को निकालने की जानकारी दी गई है, उनमें पहला है चॉप-जहोनी हंगरी सीमा जो उझोरोड के नजदीक है. वहीं दूसरा चेकप्वाइंट है रोमानिया का बॉर्डर- पोरुब्ने-सीरेट सीमा, जो चेर्निवत्सी के नजदीक है. दूतावास ने कहा कि इन चेकप्वाइंट्स पर टीमें तैनात की जा रही हैं, जो लोगों को सुरक्षित निकालने में मदद करेंगी.
भारतीय दूतावास ने यह भी कहा कि इन रूट्स के ऑपरेशन होने के बाद, अपने खर्च पर जाने की तैयारी कर रहे भारतीयों को भी इन्हीं चेकप्वाइंट्स से जाने को कहा जाएगा. दूतावास के मुताबिक, भारतीयों को चेकप्वाइंट्स पर हेल्पलाइन नंबर के जरिए भी मदद दी जाएगी. कंट्रोल रूम तैयार होते ही हेल्पलाइन नंबर शेयर किए जाएंगे.
दूतावास ने भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से निकलने के लिए पासपोर्ट रखने, आपात स्थिति के लिए कैश (अमेरिकी डॉलर अगर हो तो बढ़िया) रखने और दूसरी जरूरी चीजों को पास रखने की सलाह दी है. इसके अलावा कोविड-19 वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट (अगर उपलब्ध हो तो) भी रखने को कहा गया है. चेकप्वाइंट्स पर पहुंचने के दौरान लोगों को गाड़ियों और बसों में भारतीय झंडों को चिपकाने की भी सलाह दी गई है.
यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद गुरुवार को ही रोमानिया और हंगरी ने भारतीयों को निकालने में मदद का भरोसा दिया था. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से बात कर उनका शुक्रिया अदा किया. इसके अलावा स्लोवाकिया ने भी भारतीयों को यूक्रेन से निकालने में मदद का भरोसा दिया है
इन देशों से मदद के भरोसे के बाद भारत सरकार ने सभी देशों के बॉर्डर प्वाइंट्स के लिए टीम बनाई थी. हंगरी के लिए बनाई गई टीम के हेल्पलाइन नंबर्स- एस रामजी, मोबाइल: +36305199944, वॉट्सऐप: +917395983990. अंकुर, मोबाइल और वॉट्सऐप: +36308644597. मोहित नागपाल, मोबाइल: +36302286566, वॉट्सऐप: +918950493059
वहीं रोमानिया की सीमा पर तैनात होनी वाली टीम के हेल्पलाइन नंबर्स- गौशुल अंसारी, मोबाइल: +40731347728. उद्देश्य प्रियदर्शी, मोबाइल: +40724382287. आंद्रा हेरियोनोव, मोबाइल: +40763528454. मेरियस सीमा, मोबाइल: +40722220823.
पोलैंड सीमा से भी भारतीयों को निकालने का अभियान शुरू हो गया है. पोलैंड स्थित भारतीय दूतावास ने नई एडवाइजरी में पोलैंड-यूक्रेन बॉर्डर आने वाले नागरिकों को शेहयनी-मेडीका बॉर्डर क्रॉसिंग से आने की सलाह दी है. शेहयनी-मेडीका बॉर्डर क्रॉसिंग पर दूतावास अधिकारी पंकज गर्ग को तैनात किया गया है, जिनसे +48660460815 पर संपर्क किया जा सकता है.
Important Advisory to all Indian Nationals/Students in Ukraine as on 25 February 2022.@MEAIndia @PIB_India @DDNewslive @PIBHindi @DDNational @IndianDiplomacy @PMOIndia pic.twitter.com/79124Ks0Sm
— India in Ukraine (@IndiainUkraine) February 25, 2022
दिल्ली की हेल्पलाइन नंबर्स
वहीं स्लोवाकिया स्थित भारतीय दूतावास ने भी यूक्रेन बॉर्डर पर भारतीयों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. हालांकि अभी यहां से लोगों को नहीं निकाला जाएगा. मनोज कुमार, मोबाइल: +421908025212. इवान कोजिन्का, मोबाइल: +421908458724
भारत ने यूक्रेन में फंसे छात्रों के लिए दिल्ली में भी एक हेल्पलाइन बनाया है. जिसके नंबर्स हैं- +911123012113, +911123914104, +911123017905 और 1800118797.
इसके अलावा यूक्रेन में भी अतिरिक्त हेल्पलाइन बनाए गए हैं. +38 0997300428, +38 0997300483, +38 0933980327, +38 0635917881, +38 0935046170