जैसा कि आप सभी जानते हैं कि भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार नई तकनीकों का उपयोग करके जहां भी संभव हो “स्मार्ट सिटी द्वारा विधुत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने, जनता को वेहतर विधुत आपूर्ति देने हेतु और बिजली के बचत के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन कानपुर ने कानपुर शहर में “विधुत आपूर्ति स्काडा (पर्यवेक्षी नियंत्रण और डेटा अधिग्रहण)” की एक नई परियोजना शुरू की है।
आज आयुक्त ने iit kanpur में विधुत आपूर्ति स्काडा परियोजना के back up control centre का दौरा किया जहां नया कमान और नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जा रहा है।
यात्रा की महत्वपूर्ण बिंदु और परियोजना के तथ्य इस प्रकार हैं:
ए) पर्यवेक्षी नियंत्रण और डेटा अधिग्रहण (SCADA) एक नियंत्रण प्रणाली वास्तुकला है जिसमें उच्च स्तरीय प्रक्रिया पर्यवेक्षी प्रबंधन के लिए कंप्यूटर, नेटवर्क डेटा संचार और ग्राफिकल यूजर इंटरफेस , GIS शामिल हैं।
बी) यह स्मार्ट सिटी द्वारा शुरू की गई एक विशेष परियोजना है जो कानपुर शहर को निम्नलिखित सुनिश्चित करने में मदद करेगी:
१) विधुत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करना
2) बिजली की खपत में काफी हद तक कमी
4) प्रभावी और कुशल संचालन और विधुत आपूर्ति प्रणाली का बेहतर रखरखाव
5) डेटा संग्रह, विश्लेषण और प्रणाली में सुधार।
सी) लगभग ६४करोड़ रुपये की कुल परियोजना लागत। ४४ करोड़ स्मार्ट सिटी कानपुर द्वारा वित्त पोषित है। एवं २० करोड़ केस्को द्वारा पोषित है।
डी) परियोजना कार्यान्वयन एजेंसी केस्को,कानपुर है।
डेवलपर GE कंपनी है जो परियोजना को 18 महीनों में लागू करेगी और परियोजना के पूरा होने के बाद 5 साल तक सिस्टम का रख रखाव भी करेगी।
विधुत SCADA परियोजना कार्यान्वयन के लिए IIT कानपुर मुख्य सलाहकार / पर्यवेक्षण है।
ई) आयुक्त ने एजेंसी को काम को october 2022 तक पूरा करने के लिए कहा है।
अब तक लगभग 20% की भौतिक प्रगति।
आयुक्त ने स्मार्ट सिटी, केस्को आईआईटी कानपुर टीम के नोडल अधिकारी और निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को साप्ताहिक आधार पर एक साथ बैठने और कार्य प्रगति में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.
च) आईआईटी कानपुर में आज आहूत हुई बैठक मैं श्री अनिल ढींगरा प्रबंधन निदेशक केस्को कानपुर, श्री शिवशरणप्पा नगर आयुक्त नगर निगम कानपुर, श्री मनीष गुप्ता अधिशासी अभियंता केस्को, श्री विपिन कुमार सहायक अभियंता केस्को, श्री अंकुश शर्मा प्रोफेसर आईआईटी कानपुर, श्री शौकत चक्रवर्ती प्रोफेसर आईआईटी कानपुर, श्री शिवकुमार आईआईटी कानपुर एवं श्री रिजु मित्तल परियोजना निदेशक जीई उपस्थित रहे।